रियाल मेड्रिड ने एक ऐतिहासिक परियोजना की शुरुआत की
गृह युद्ध की शुरुआत 18 जुलाई 1936 को हुई, और उसके असर पुराने चमारतिन पर भी गहरे रूप में दिखने
लगे। जो नुकसान हुआ था उसे ठीक करने की लिए एक बड़ा खर्चा सामने था। सन 1939 में पुराने चमारतिन
पर फिर खेल होने लगा, और युद्ध के बाद पहले मैच में रियाल मेड्रिड ने सामना किया एटलेटिको मेड्रिड का
और 2-1 से जीत हासिल की। सेनाओं के बीच तनाव का कोई भी असर दर्शकों पर दिखाई नहीं पड़ रहा था। सुधार का
र्य हो जाने के बाद 25,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था कर दी गयी, पर उनके लिए तो ये भी काफी नहीं था।
सेंटिआगो बर्नबौ का एक बेहद लम्बे समय से ये सपना था कि एक नया स्टेडियम बनाया जाए, और उन्होंने अ
पने सपने को साकार किया जब 1943 में वो क्लब के अध्यक्ष बन गए। कम से कम एक लाख लोगों की क्षम
ता वाला एक नए स्टेडियम की परियोजना पर काम शुरू हो गया, जो कि अपने आप में बेहद अद्भुत था। एक
ऐसे स्टेडियम बनाने की कल्पना की जा रही थी जहां पर रियाल मेड्रिड क्लब के इतिहास के सुनहरे पैन जोड़े
जाएंगे नया चमारतिन स्टेडियम आखिरकार यूरोप का सबसे शानदार और बेहतरीन स्टेडियम बना, जिसमे
दुनिया भर कीआधुनिकसुविधाएं थी इस स्टेडियम का उद्घाटन 1947 के दिसंबर महीने में हुआ जब रियाल मेड्रिड ने सामना किया
पुर्तगाली चैंपियन ओस बेलेनेनसेस का और उन्हें 3-1 से शिकस्त दी। इस नए मैदान पर सबसे पहला गोल दागने वाले बरीनागा सबसे पहले खिलाड़ी बने।